शिक्षण

शिक्षण कमेटी

अ. तालीम की अहमीयत हर घर तक पहुंचे इस के लिए प्रोग्राम बनाए.
ब. हर १० वी और १२ वी और दिगर कोर्सेस में कामियाब बच्चों की हिम्मतअफजाई का प्रोग्राम लें. (इस प्रोग्राम में तालीम की अहमियत पर बोलने वाले मोटीव्हेशनल स्पीकर को जरुर बुलाएं. )
क. कॅरीयर गायडन्स का प्रोग्राम लें.
ङ. जो बच्चे ८ वी कि जमात से ८० या ९० पसेंट मार्क ले रहे है ऐसे बच्चों का रिकॉर्ड मॅन्टेन करें, और उन बच्चों के माँ बाप को उन के बच्चे की काबीलीयत की इत्तल्लाह देते हुए उन की तालीम की तरफ तौवज्जा देने कि फिकर करें.
इ. जो बच्चें १०वी जमात में ९० % मार्क ले कर पास हुए है ऐसे बच्चों का टॅलेंट सर्च करके उन को NEET & JEE और दिगर कोर्सेस कि अच्चें कोचींग सेंटर कि सलाह दें.
नोट:- इस तालीमी सर्च में जो काबील है मगर माली हालात (घर के माली हालात ) कि वजह से उन के माँ बाप पढ़ाना नहीं चाहते. उन बच्चों को जमियत के तरफ से उस कि तालीम जारी रखने का इन्तेजाम करें.
(शर्त) वो माँ बाप अपने बच्चों को बिदर कि शाईन इन्सटीट्युट और पुना का आजम कॅम्पस यहाँ पर बच्चों को हॉस्टेमें रखकर पढाना चाहतें हैं तो उन का जमियत के तरफ से पुरे खर्च का इन्तेजाम किया जाएगा.