सुलाह कमेटी

सुलाह कमेटी

१. जमियत के शादी बिहा जिंदगी के अंदर लडका लडकी या उनके घरमें कोई (तक्रार) या कोई मसला दरपेश होजाये
२. खानदानी विरासत पर भाई बहेन और दिगर अफराद के साथ कोई तनाजा होजाए.
३. तिजारती तौर पर दो भाईयों में या दो रिश्तेदारों में कोई तनाजा पैदा हो जाये. उपन लिखे गए मसलों को जमियत में लिखे अर्ज दोनों फरीदेंन के तरफ से आने पर सुलाह कमेटी दिनी और कानुनी दायरे में रहेकर उन में सला कराने के
कोशीश करें.